सरकार ने भविष्य की खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए 10 लाख फसल जीन बैंक के संरक्षण हेतु दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना की घोषणा की है। यह घोषणा संघीय बजट 2025-26 के “नवाचारों में निवेश” विषय के अंतर्गत की गई पहलों में से एक है।
आईसीएआर-नेशनल ब्यूरो ऑफ प्लांट जेनेटिक रिसोर्सेज (एनबीपीजीआर), नई दिल्ली में स्थित नेशनल जीन बैंक (एनजीबी) विश्व में दूसरा सबसे बड़ा जीन बैंक है, जिसमें 2157 प्रजातियों के 4,71,561 अभिगम हैं। एनजीबी में संरक्षित पादप आनुवंशिक संसाधन देश में फसल सुधार और आनुवंशिक संसाधनों के प्रबंधन में शामिल सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की एजेंसियों द्वारा उपयोग के लिए उपलब्ध हैं। 10 लाख जीवाणु संसाधनों को संरक्षित करने की क्षमता के साथ अत्याधुनिक अवसंरचना के साथ दूसरे जीन बैंक की स्थापना का उद्देश्य भारत की वैश्विक जैव विविधता संरक्षण में एक अग्रणी के रूप में स्थिति को मजबूत करना है।