पीएनबी के 131वें स्थापना दिवस पर 34 नए बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं की शुरुआत की गई, जिसमें 12 ग्राहक-केंद्रित जमा योजनाएं और 10 डिजिटल परिवर्तन उत्पाद शामिल हैं।
शुरू किए गए जमा उत्पादों में वेतनभोगी पेशेवरों, महिलाओं, रक्षा कर्मियों, किसानों, अनिवासी भारतीयों (एनआरआई), वरिष्ठ नागरिकों, पेंशनभोगियों, छात्रों और युवाओं के लिए योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं की प्रमुख विशेषताओं में अनुकूलित खाता संख्या, व्यक्तिगत दुर्घटना और जीवन बीमा, स्वास्थ्य सेवा लाभ और उन्नत डेबिट कार्ड कार्यक्षमताएं शामिल हैं।
कुछ प्रमुख पेशकशों में पीएनबी सैलरी सेविंग्स अकाउंट (नियो, एक्सेल, ऑप्टिमा, इम्पीरियल), पीएनबी वुमेन पावर स्कीम (पर्ल, एमराल्ड, सॉलिटेयर), पीएनबी किसान सेविंग फंड (हरित, समृद्धि), पीएनबी रक्षक प्लस (सशस्त्र बलों और पुलिस कर्मियों के लिए), पीएनबी सम्मान खाता (वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों के लिए), आदि शामिल हैं।
बैंक ने बेहतर ग्राहक सेवा के लिए क्यूआर कोड-आधारित ग्राहक फीडबैक तंत्र, एक लाइव-चैट सहायक “पिहू” और नई आंतरिक बैंकिंग कार्यक्षमताओं की भी शुरुआत की है।
अपने डिजिटल रोडमैप के तहत, पीएनबी ने 10 नई तकनीक-आधारित सेवाएं भी लॉन्च कीं, जिनमें सिंगल-विंडो डीमैट और ट्रेडिंग खाता ऑनबोर्डिंग, जमा के सापेक्ष डिजिटल ऋण सुविधाएँ, व्हाट्सएप-आधारित सावधि जमा बुकिंग और पीएनबी वन बिज़ ऐप में संवर्द्धन शामिल हैं। अन्य प्रमुख डिजिटल पहलों में नए ग्राहकों के लिए ₹1 करोड़ तक का जीएसटी एक्सप्रेस लोन, ₹25 लाख तक का डिजी एमएसएमई लोन, बचत और पीपीएफ खातों के लिए स्व-ऑनबोर्डिंग, रूफटॉप सौर प्रतिष्ठानों के लिए ऋण, आदि शामिल हैं।
नई सीएसआर साझेदारी:
अपनी सामाजिक जिम्मेदारी की दृष्टि के अनुरूप, पीएनबी ने पीएनबी प्रेरणा के साथ साझेदारी में नई सीएसआर सहयोग की घोषणा की। पीएनबी प्रेरणा बैंक की वरिष्ठ महिला अधिकारियों और वरिष्ठ बैंक अधिकारियों की पत्नियों का एक संघ है, जिसका प्राथमिक लक्ष्य बैंक के सीएसआर प्रयासों का सहयोग और प्रोत्साहन करना है।
बैंक ने भुवनेश्वर के वंचित स्वदेशी छात्रों की बेहतरी और साक्षरता का समर्थन करने के लिए कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (केआईएसएस) फाउंडेशन के साथ और अपने “हार्वेस्ट फॉर रेजिलिएंस” परियोजना को सुविधाजनक बनाने के लिए वाटर फॉर पीपल इंडिया ट्रस्ट के साथ भागीदारी की। पीएनबी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बुनियादी जरुरत की वस्तुएं भी दान कीं।